कमजोर किडनी में क्या खाएं?

 किडनी से संबंधित सभी रोग कई खतरनाक स्थितियां पैदा कर सकते हैं. किडनी की समस्या अधिकतर खान-पान से जुड़ी हुई होती है इसलिए किडनी के मरीजों को अपने खान-पान को लेकर अधिक सतर्क रहना चाहिए. जब हमारी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही होती है तो हमारे शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं जैसे, हमारा खून खराब हो सकता है, हमारे शरीर में हार्मोनल इम्बैलेंस हो सकता है और यदि खान-पान ठीक ना रहे तो यह समस्याएं और अधिक बढ़ कर जानलेवा साबित हो सकती है. किडनी मूत्र उत्पादन के लिए भी जिम्मेदार होती है इसलिए इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. 



किडनी रोगी खा सकते हैं, ये फूड्स :

फूलगोभी :
हेल्थ लाइन के अनुसार फूलगोभी एक पौष्टिक सब्जी है जो विटामिन सी, विटामिन के और बी विटामिन फोलेट सहित कई पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत भी है. सब्जियों में आलू के स्थान पर फूल गोभी का प्रयोग किया जा सकता है.

ब्लूबेरी :
ब्लूबेरी यानी जामुन, ये पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं, इसलिए इसे आप खा सकते हैं. इसमें मौजूद पोषक तत्व किडनी के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं.


लाल अंगूर :
लाल अंगूर वैसे तो स्वास्थ्य के लिए अच्छे ही होते हैं साथ में ये विटामिन सी में उच्च होते हैं और इनमें फ्लेवोनोइड्स नामक एंटीऑक्सिडेंट भी पाया जाता है. ये किडनी के लिए फायदेमंद होते हैं.

लहसुन :
लहसुन को सोडियम का अच्छा स्रोत माना जाता है और इसका उपयोग नमक के स्थान पर भी किया जा सकता है. यह मैंगनीज, विटामिन सी और विटामिन बी 6 का भी अच्छा स्त्रोत है.

जैतून का तेल :
जैतून का तेल फास्फोरस मुक्त होता है और यह गुर्दे की बीमारी वाले लोगों के लिए अपने खानपान में शामिल करने लायक खाद्य पदार्थ है. जैतून के तेल में अधिकांश वसा एक मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है जिसे ओलिक एसिड कहा जाता है जो किडनी की सूजन कम करता है.

पत्ता गोभी :
यह विटामिन के, विटामिन सी, और कई बी विटामिन का एक बड़ा स्रोत है. फूलगोभी की तरह ही यह भी किडनी के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है.

किडनी साफ करने के लिए क्या पीना चाहिए?

 हमारे शरीर में मौजूद गुर्दे दो ऐसे छोटे अंग होते हैं जो हमारी रीढ़ के दोनों ओर पसलियों के नीचे स्थित होता है।गुर्दे का मुख्य कार्य ब्लड को छानना और अतिरिक्त पानी को विषाक्त पदार्थों और अन्य अपशिष्टों के साथ बाहर निकालना है, जो शरीर द्वारा पेशाब के रूप में उत्पन्न होते हैं | यह हमारे शरीर के प्रमुख अंगों में से एक होते हैं जिन पर हमारे शरीर की अधिकांश गतिविधियां निर्भर होती हैं। हमारी किडनी या हार्मोन बनाने और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, साथ ही साथ या शरीर में मौजूद कचरों को बाहर निकालने का भी काम करती हैं। किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद में भी कई उपाय बताए गए हैं। कुछ ऐसे आसान नुस्खे हैं जिनकी मदद से आप अपनी किडनी को डिटॉक्स कर सकते हैं, इससे ना सिर्फ आपकी किडनी अच्छी तरह से काम करेगी बल्कि भविष्य में होने वाले रोगों के होने की संभावनाएं भी कम हो जाएंगी।किडनी को आप स्वस्थ खानपान और पर्याप्त पानी पीकर हेल्दी रख सकते हैं. यदि आप अनहेल्दी खानपान करेंगे, तरल पदार्थों का सेवन भरपूर नहीं करेंगे और टॉक्सिन पदार्थों के संपर्क में आएंगे, तो किडनी की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में किडनी की भी साफ-सफाई बेहद जरूरी है |


किडनी को  फ्लश करे .....

किडनी फ्लश यानी किडनी की साफ-सफाई करना, उसे क्लिंज करना. यह एक प्रकार का डिटॉक्स डाइट है, जिसमें किडनी को सही तरीके से कार्य करने के लिए डिजाइन किया गया है. गुर्दे की सफाई कई तरह से की जा सकती है. आप कुछ फूड्स के सेवन से भी किडनी को साफ और स्वस्थ रख सकते हैं. जानें, किडनी को डिटॉक्स करने के लिए क्या फूड्स खाना चाहिए. ये फूड्स किडनी में जमे हुए विषाक्त और अन्य अपशिष्ट पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं, जिससे गुर्दे की बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है. हालांकि, वर्तमान में कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है कि किसी खास तरीके या फूड्स के जरिए गुर्दे की सफाई की जा सकती है. लेकिन, हेल्दी खानपान और भरपूर तरल पदार्थों के सेवन से किडनी को स्वस्थ रखने में जरूर मदद मिल सकती है.

गर्म पानी के साथ अदरक और धनिया बीज

किडनी की सफाई के लिए गर्म पानी एक अच्छा विकल्प है। आप 1 लीटर पानी में 5 ग्राम अदरक और 5 ग्राम तक धनिया के बीज को लेकर एक साथ उबाल सकते हैं। इस सामग्री को तब तक उबालना है जब तक 1 लीटर पानी पक कर 10 ग्राम तक ना हो जाए। इसे गुनगुना होने दें और फिर सेवन करें।

क्या आप जानते हैं कि हर अंग को सही तरीके से अपना कार्य करने के लिए पानी की जरूरत होती है. ठीक उसी तरह से किडनी को भी लिक्विड पदार्थ की जरूरत होती है, क्योंकि इसका मुख्य काम होता है फिल्टर करना. किडनी को यूरिन बनाने के लिए पानी की जरूरत होती है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्टों को बाहर निकालता है. मूत्र की कम मात्रा किडनी डिस्फंक्शन, गुर्दे में पथरी बनने से संबंधित है. ऐसे में प्रतिदिन 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए.


नारियल पानी और इलायची

नारियल पानी और इलायची भी किडनी की सफाई में एक बराबर काम करता है। हरे कच्चे नारियल के पानी में इलायची पाउडर डालकर पीना किडनी डिटॉक्स में फायदेमंद हो सकता है। 12ml नारियल पानी में 2 ग्राम इलायची पाउडर डालकर आप सेवन कर सकते हैं।

अगर आप किडनी से जुड़ी किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो इन नुस्खों का प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी आयुर्वेदाचार्य की सलाह ले सकते हैं। क्योंकि यह नुस्खे सिर्फ उन लोगों के लिए है नींद की किडनी स्वस्थ है उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं है।


बेरीज फलों का सेवन करें
अधिकतर बेरीज में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइटोकेमिकल्स और किडनी की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने वाले प्रभाव होते हैं. इससे इंफ्लेमेशन और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस भी कम होता है. किडनी को फ्लश करने की जब बात आती है, तो ब्लूबेरी और क्रेनबेरीज का सेवन अधिक करना चाहिए. क्रैनबेरी यूरिनरी ट्रैक्ट को शांत रखते हैं और संक्रमण से बचाते हैं. ब्लूबेरीज में पोटैशियम, सोडियम और फॉस्फोरस की मात्रा कम होती है, ऐसे में इनका सेवन आप कर सकते हैं.

खूब खाएं तरबूज, अनार
तरबूज में भरपूर मात्रा में पानी, फाइबर और कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो किडनी को नुकसान होने से बचा सकते हैं. तरबूज में यौगिक लाइकोपीन होता है, जो किडनी डैमेज होने पर इंफ्लेमेशन होने से बचाता है.. तरबूज शरीर में साइट्रेट, कैल्शियम, फॉस्फेट, ऑक्सालेट के लेवल को बैलेंस करने में भी मदद कर सकता है. अनार में पोटैशियम काफी होता है, जिसे किडनी को क्लिंज करने वाली डाइट में शामिल किया जा सकता है. पोटैशियम गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकता है. गुर्दे से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट को बाहर निकालने में मदद कर सकता है. बावजूद इसके, तरबूज और अनार में अधिक मात्रा में पोटैशियम होता है, जिनका सेवन किडनी क्लिंज के दौरान अत्यधिक नहीं करना चाहिए.
पोटैशियम उन मिनरल्स में से एक है, जिसे किडनी की कार्यक्षमता में किसी भी तरह की खराबी आने पर उसे साफ कर पाना मुश्किल होता है.


किडनी में समस्या होने पर नजर आने वाले लक्षण
– थकान महसूस होना
– जी मिचलाना
– खुजली होना और रूखी त्वचा
– एड़ियों में सूजन होना
– ब्रेन फॉग
– पैरों में दर्द होना
– बार-बार किडनी में स्टोन होना
– यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होना
– मुंह में खराब स्वाद आना
– पेशाब जल्दी होना, रंग में बदलाव

हेल्दी रहने के लिए क्या करना चाहिए?

लंबे वक्त तक जीने के लिए और बीमारियों से दूर रहने की सबसे बेहतर दवा एक हेल्दी लाइफस्टाइल है। यह इतना बड़ा काम भी नहीं है, आप बस अपने आहार और व्यायाम में बदलाव करके अपने तनाव को आराम से दूर कर सकते हैं। इसे एक जिद या जुनून न बनाते हुए आप खुद की नई खोज में एक बेहतर सफर तय कर सकते हैं। आइए देखते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या काम की चीज है।

  1. व्यायाम 

रोजाना व्यायाम आपकी बढ़ती उम्र के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। अपने डेली के लाइफस्टाइल में आप इसे शामिल करेंगे तो यह आपको आँखों की रोशनी सुधार करता है, ब्लड प्रेशर को सामान्य करता है, दुबली मांसपेशियों को बेहतर बनाता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हड्डियों के घनत्व में सुधार करता है। आप रोजाना जॉगिंग करें, अपने बच्चों या किसी ऐसे पड़ोसी के साथ पार्क में जाएं, आप चाहें तो रस्सी कूद सकते हैं, या कुछ अन्य एक्टिविटी कर सकते हैं, जिससे आपके शरीर में फुर्ती बनी रहेगी।


  1. सही भोजन का सेवन करें 

आप दिनभर में लगभग पांच सब्जियों का सेवन करने की कोशिश करें। आप उन्हें किसी भी तरह से खा सकते हैं या तो कच्ची या फिर उबाल कर या तल कर। सब्जियों के ज्यादा मात्रा में सेवन से फेफड़ों, बृहदान्त्र, स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, अन्नप्रणाली, पेट, मूत्राशय, अग्न्याशय, और अंडाशय के कैंसर का जोखिम कम होता है। पांच सब्जियों के सेवन से आप वजन भी घटा सकते हैं, और यह आपकी भूख को भी कम करेगा।

  1. पर्याप्त पानी पिए

अच्छे स्वास्थ्य शरीर को बनाए रखने के लिए हाइड्रेटेड रहना बहुत महत्वपूर्ण है। पानी हमारे शरीर से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता हैै, इससे हमारी पाचन क्रिया बेहतर रहती हैै, कीमोथेरेपी के परिणाम को रोकता है, इसके निर्माण को रोकता है, मांसपेशियों को सक्रिय करता है और शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है। एक स्वास्थ्य शरीर के लिए दिन में पानी का सेवन करते रहें।

  1. ध्यान करें

ध्यान के अच्छे और लंबे समय तक चलने वाले लाभ होते हैं। यह तनाव को कम करता है, हमें तांत्रिकाओं को काबू में करता हैै, इससे हमारे फोकस मे सुधार करता है और दर्द को ठीक करता है। पर्याप्त अभ्यास के साथ यह माइंडफुलनेस, ब्रेन चैटर को कम करता है, ध्यान करने से आपके जीवन की आदतों में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं।

  1. नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं

वक्त-वक्त डाॅक्टर से नियमित रूप से अपनी जांच कराएं, भले ही आप बिल्कुल ठीक हो। ऐसा करने से यदि आपके शरीर में कोई बीमारी पनप नहीं हो तो उसका जल्दी पता लगाया जा सकता है और इसकी रोकथाम की जा सकती हैै। ऐसे में आप आपके स्वास्थ्य जोखिम को कम कर सकते हैं, अपने शरीर को लेकर अगर आप बेफिक्र रहेंगे तो आपको रात में अच्छी नींद भी आएगी।


  1. स्वस्थ वजन बनाए रखें

एक शरीर का स्वस्थ्य वजन आपको हेल्दी रखने में मदद करता है। आपको अपने शरीर का बॉडी मास इंडेक्स जानने की जरूरत है, इसके लिए आप एक उपकरण का उपयोग कर सकते हैं जिससे आप अपने सही वजन के बारे में जानकारी हासिल कर पाएंगे। बीएमआई यह बताता है कि आपके शरीर में कितनी अधिक चर्बी है। आमतौर पर बीएमआई 18.5 और 22.9 के बीच होना चाहिए।  

  1. कुछ लक्ष्य निर्धारित करें 

अक्सर आपके स्वास्थ्य लक्ष्यों का सबसे बड़ा दुश्मन मुफ्त की सलाह होती हैै, जिसे सुनते-सुनते आप बोर हो जाते हैं। आप एक समय में एक चीज करें, किसी भी चीज की धीरे-धीरे शुरूआत करें, सकारात्मक आदतों को अपनाएं। सोडा के कैन के बजाय दो गिलास पानी का सेवन करें। आप जब वर्क आउट शुरू करें तो आप एक दम से ज्यादा न करें, आप धीरे-धीरे इसकी शुरूआत कर सकते हैं। 

  1. रात में अच्छी नींद लें 

आराम और ध्यान का एक बेहतर तरीका है, दूध का एक गर्म गिलास और बिस्तर पर जाने से पहले हल्के गुनगुने पानी से स्नान। यह दोनों आपको एक अच्छी व आरामदायक नींद दिलाने में मदद कर सकते हैं। आप कोशिश करें कि सोने से पहले आप खाना न खाएं, सोने और रात के खाने के बीच कुछ वक्त का अंतराल रखें, अपने बेडरूम में अंधेरा करने से आपको अच्छी नींद आएगी और तनाव नहीं होगा। आप चाहें तो दिमाग में आए कुछ विचारों को लिख सकते हैं, इससे आपको अच्छा महसूस होगा।

  1. शराब का सेवन न करें 

ज्यादा शराब के सेवन को न कहना ही बेहतर है। अल्कोहल का हमारे मन−मस्तिष्क पर गहरा विपरीत प्रभाव पड़ता है। शराब आपके दिल और फेफड़ों को प्रभावित कर सकती है। जो लोग शराब पीते हैं, उन्हें दिल संबंधी बीमारियाँ होने का जोखिम काफी अधिक होता है। ऐसे व्यक्तियों को उच्च रक्त चाप से लेकर अनियमित दिल की धड़कन, शरीर के माध्यम से रक्त पंप करने में कठिनाई, वजन का बढ़ना, आघात, दिल का दौरा, दिल की बीमारी, हृदय का रुक जाना आदि परेशानियां हो सकती हैं।

  1. तम्बाकू से दूर रहें

तंबाकू में निकोटिन होता है जो हमारे नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। इसे लेने से राहत तो महसूस होती है लेकिन जल्द ही इसकी ऐसी लत लग जाती है कि फिर इसे छोड़ना बेहद मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि तम्बाकू का सेवन करने वाले ढेरों लोग चाहकर भी इसे छोड़ नहीं पाते। कई लोगों को सिगरेट पीने की लत लग जाती है, ऐसे में आप इसे छोड़ने की कोशिश करें। सिगरेट पीने का मन करें तो आप उसके लिए कुछ बेहतर विकल्पों का चयन कर सकते हैं।

  1. घर का खाना खाएं 

हमारी व्यस्त लाइफ में, घर में भोजन बनाना काफी मुश्किल हो जाती है, लेकिन खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए हमें बाहर के खाने का सेवन बंद करना चाहिए। घर का बना खाना ज्यादा हेल्दी, साफ और सुरक्षित होता है। घर में बना खाना हमें मोटापे व कई अन्य बीमारियों से दूर रखता है। आप छुट्टी के दिन अलग-अलग तरीकों से खाना बनाकर उसका स्वाद ले सकते हैं।

  1. हेल्दी स्नैक का सेवन करें 

यदि आप बहुत ज्यादा सैचुरेटेड फैट वाले भोजन का सेवन करते हैं तो इससे आपके रक्त में कॉलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ सकती है। यदि ऐसा हुआ तो कोरोनरी ह्रदयरोग का गंभीर खतरा पैदा हो जाएगा। आप हृदय रोग और पुरानी बीमारियों के अपने जोखिम को कम करने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। आप दूध, अंडे और पनीर ओमेगा -3 वाले पोषक तत्वों से भरपूर पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।s

  1. अपने दाँत मत भूलना

अध्ययन की मानें तो दाँतों की स्वच्छता हृदय रोग, निमोनिया, अस्वास्थ्यकर गर्भावस्था, अल्जाइमर और स्तंभन दोष के लिए आपके जोखिम को कम करती है। ऐसे में अपने दाँतों की देखभाल को नज़रअंदाज़ न करें। 

  1. अपने लिए कुछ वक्त निकाले और लोगों से मिलें

यदि आप डेस्क जॉब करते हैं, जो आपके सप्ताह के 60 या अधिक घंटों तक काम करते हैं, तो अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करें। आँफिस से अपने घर वापस जाते समय एक फिटनेस क्लास ले सकते हैं, अपने बच्चों या पालतू जानवरों को टहलाने जा सकते हैं, पड़ोसियों के साथ बातचीत कर सकते हैं और सह कर्मियों के साथ बाहर लंच या डिनर पर जा सकते हैं। 

  1. खुश रहें

स्वस्थ रहने के लिए कृतज्ञता आभार सबसे बेहतर उपकरणों में से एक हो सकता है। यह शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य में सुधार करता है, सहानुभूति को बढ़ाता है, आक्रामकता को कम करता है, मानसिक शक्ति और आत्म-सम्मान में सुधार करता है। यह नए रिश्तों के लिए दरवाज़े भी खोलता है। 

किडनी को मजबूत करने के लिए क्या खाना चाहिए?

 हम सभी जानते हैं किडनी यानी गुर्दा हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होता है| किडनी का मुख्य कार्य रक्त शोधन करना है।किडनी हमारे शरीर में छन्नी जैसे फिल्टर की तरह कार्य करती है, साथ ही किडनी शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों को सुरक्षित रखती है और डिटॉक्स यानी खराब चीजों को बाहर निकाल देती है।जो हमारे शरीर से सभी तरह के हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है. हम जो आहार लेते हैं उसमें पोषक तत्वों के साथ कुछ हानिकारक तत्व भी मौजूद होते हैं. किडनी रक्त से हानिकारक पदार्थों को छानकर अलग करती है और यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकालने का रास्ता तय करती है. शरीर में किडनी ना केवल हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालती है, बल्कि रक्तचाप को संतुलन रखने तथा शरीर में अन्य केमिकल्स के स्तर को संतुलित करने में भी मदद करती है. इसीलिए किडनी हमारे शरीर का एक अभिन्न जरूरी अंग है, जिसकी देखभाल करने के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए.


 किडनी को स्वस्थ रखने के लिए इन का सेवन करें.....

मूली- मूली को ब्रासीसियाई परिवार का सदस्य माना जाता है इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और खनिज पाए जाते हैं. मूली में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है. इसके अलावा इसमें आयरन, मैंगनीज और विटामिन सी भी पाया जाता है, मूली को डाइट में शामिल करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है. डायबिटीज के मरीजों के लिए मूली फायदेमंद होती है मूली में शुगर स्तर कम होता है, जिससे इंसुलिन बनने में आसानी होती है. इस वजह से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है. डायबिटीज कंट्रोल में रहने से किडनी खराब होने की संभावना भी कम होती है इसलिए मूली का सेवन किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है.


अनानास -अनानास स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है यह विटामिन सी से भरपूर होता है, जिससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है, अनानास में मौजूद फाइबर किडनी से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में सहायक माने जाते हैं. इसीलिए किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आहार में अनानास को शामिल कर सकते हैं.

पपीता- पपीते को स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है. इसमें उच्च पोषक तत्व और फाइबर पाया जाता है. पपीता विटामिन-ए, विटामिन-सी और फाइटो विटामिन का एक अच्छा सोर्स  है. इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो हमारी किडनी को हेल्दी रखता है. किडनी को हमेशा हेल्दी रखने के लिए आप रोजाना पपीते का सेवन जरूर करें.


जामुन -जामुन स्वाद के साथ कई गुणों से भरपूर होता है इसमें कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो किडनी को हेल्दी रखने में आपकी मदद कर सकते हैं, जामुन में मौजूद पोटैशियम सोडियम और फास्फोरस किडनी के लिए काफी फायदेमंद होता है.

जौ का आटा- जौ एक फायदेमंद साबुत अनाज है, इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. जौ में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर पाया जाता है. इसमें फैट और सोडियम काफी होता है, जो किडनी के लिए अच्छा माना जाता है. जौ का सेवन करने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, जौ में कई तरह के विटामिंस और एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं.जौ ब्लड शुगर के स्तर को कम करके इंसुलिन रिलीज में सुधार करके टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क को कम करता है. डायबिटीज का रिस्क कम होने का मतलब है कि किडनी खराब होने का खतरा भी कम है. जौ के सेवन से किडनी की समस्या नहीं होती है, यूरिन भी अच्छे से पास होता है.


लाल अंगूर -लाल अंगूर स्वाद और स्वास्थ्य गुणों से भरपूर होता है इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट किडनी को यदि बनाए रखने में आपकी मदद करता है, लाल अंगूर को किडनी फ्रेंडली फ्रूट भी कहा जाता है.

नारियल पानी- नारियल पानी पीने से भी किडनी को हमेशा स्वस्थ रखा जा सकता है, क्योंकि नारियल पानी में कई सारे विटामिंस, डाइटरी फाइबर, मिनरल्स पाए जाते हैं. इसके अलावा यह ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम और पानी का भी एक अच्छा स्त्रोत है. नियमित रूप से नारियल पानी पीने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्या ठीक होती है. इसमें मौजूद पोषक तत्व शक्कर की मात्रा को नियंत्रित रखते हैं यह डायबिटीज में भी फायदेमंद होता है. हेल्दी किडनी के लिए नारियल पानी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें.

गोभी- फूल गोभी में प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन ए और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसमें निकोटीनिक एसिड जैसे पोषक तत्व भी होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होती है. बंद गोभी में भी विटामिन बी 6, विटामिन के और विटामिन सी पाया जाता है. इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और मिनरल्स पाए जाते हैं इसके अलावा गोभी एंटीऑक्सीडेंट जैसे बीटा केरोटीन, ल्यूटेन से भी भरपूर होता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करता है, किडनी को हेल्दी रखने में मदद करता है, आप गोभी का सेवन सब्जी, परांठे के रूप में कर सकते हैं.

इन बातों से किडनी रहेगी स्वस्थ्य-

  • बिना डॉक्टर के सलाह के पेन किलर न खाएं.
  • नमक,  हाई पोटेशियम, हाई सोडियम को अपने खाने में शामिल करें.
  • बहुत ज्यादा प्रोटीन सप्लीमेंट न लें.
  • खूब पानी पियें ये आपको हइड्रेट रखेगा.

किडनी को कैसे रक्खे हेल्दी और निरोग

 किडनी को स्वस्थ रखने के लिए दिनभर में पांच से सात लीटर पानी पीनी जरूरी है। कम पानी पीने से सीधे तौर पर किडनी को गंभीर नुकसान हो सकता है। पानी के जरिए किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है। किडनी के सही तरीके से काम करने के लिए शरीर में पानी की भरपूर मात्रा का होना जरूरी है।


जीवनशैली में लाएं कुछ बदलाव, किडनी रहेगी हेल्दी


हम सभी प्रतिदिन कुछ ना कुछ ऐसा करते हैं, जिसका नकारात्मक असर हमारे शरीर के विभिन्न अंगों पर पड़ता है। यदि बात करें किडनी की तो यह शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। यह शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ को मूत्र के जरिए बाहर निकालती है। दिल के जरिए पंप होकर किडनी में पहुंचने वाले खून में मौजूद विषैले तत्वों  को भी किडनी छानती है। इससे रक्त साफ हो जाता है। कई बार हमारी कुछ गलत आदतें, खराब खानपान, जीवशैली के कारण किडनी में पथरी, इंफेक्शन आदि समस्याएं हो जाती हैं। कई बार लोगों को समझ नहीं आता कि ऐसा क्या करें जिससे किडनी हेल्दी  रहे। अपनी दिनचर्या में कुछ हेल्दी हैबिट्स को अपनाकर आप अपने गुर्दों या किडनी को लंबी उम्र तक स्वस्थ रख सकते हैं।          

किडनी को निरोग रखने के लिए रहें फिजिकली एक्टिव


यदि आप खुद को फिजिकली एक्टिव रखेंगे, तो आप ना सिर्फ किडनी को बल्कि संपूर्ण सेहत और कई अंगों को स्वस्थ रख सकते हैं। एक्सरसाइज नहीं करते, तो 30 मिनट जरूर करें। वजन अधिक है, तो इसे कम करें। किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी जैसे योग, व्यायाम, एरोबिक, रनिंग, जॉगिंग अंगों को मजबूती देता है। एक्सरसाइज करने से किडनी स्ट्रॉन्ग रहती है।  



किडनी रहेगी स्वस्थ जब लेंगे पर्याप्त तरल पदार्थ


यदि आप चाहते हैं कि आपकी दोनों किडनियां लंबी उम्र तक सही तरीके से स्वस्थ रहकर अपना कार्य करती रहें, तो लिक्विड का सेवन अधिक करें। प्रतिदिन 3 लीटर पानी पिएं, ताकि शरीर में बनने वाले टॉक्सिक पदार्थ मूत्र के जरिए बाहर निकल जाएं। तरल पादर्थ लेने से शरीर हाइड्रेटेड भी बना रहता है। उन फलों से तैयार जूस का सेवन करें, जो किडनी के लिए अच्छे होते हैं।   

                        
                      

पौष्टिक आहार लें किडनी रहेगी हेल्दी


आप सप्ताह में 4 दिन बाहर का खाना खाते हैं, उनमें ना तो कोई हरी सब्जी शामिल होती है और ना ही अनाज, फल, पोषक तत्व तो किडनी पर इसका नकारात्मक असर होगा। जिन लोगों को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उन्हें जरा सी भी लापरवाही बरतने से किडनी की समस्या हो सकती है। डाइट में हरी सब्जियों, फल, अनाज, दूध, दही, लो फैट, लो कोलेस्ट्रॉल, लो कैलोरी, लो कार्ब्स युक्त फूड्स को शामिल करें। प्रोटीन, फाइबर, आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। रोड साइड मिलने वाले जंक फूड्स, छोले-भटूरे, मसालेदार फूड्स, स्पाइसी चीजें अधिक ना खाएं। स्मोकिंग, शराब का सेवन किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। अपनी मर्जी से किसी भी दर्व निवारक दवा, ओवर-द-काउंटर मेडिसिन के सेवन से भी बचें। किसी ना किसी रूप में इनका किडनी पर नेगेटिव असर पड़ता है। 


किडनी की रूटीन चेकअप जरूर कराएं


कुछ लोग तीन-चार सल तक अपना फुल बॉडी चेकअप नहीं कराते और जब शरीर में कुछ लक्षण, दर्द, समस्याएं नजर आने लगती हैं, तो जाते हैं डॉक्टर के पास जांच के लिए। ऐसा आप ना करें, खासकर 35 की उम्र पार करने के बाद। किडनी में कब क्या समस्या हो जाए, आपको पता भी नहीं चलेगा। कई बार समस्या घर कर जाती है और लक्षण भी नजर नहीं आते हैं। तब तक किडनी की कार्य क्षमता कई प्रतिशत तक प्रभावित हो जाती है। बेहतर है कि आप प्रत्येक 6 से 1 साल में संपूर्ण बॉडी की जांच कराएं। किडनी की भी टेस्ट की जाती है, जिससे आपको पता चल सकता है कि आपकी किडनी हेल्दी है। 
                   

अपनी किडनी को डिटॉक्स करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

 हमारा शरीर कई तरह के टॉक्सिन्स को फिल्टर और बाहर निकालने का काम करता है, जिसमें सबसे अहम भूमिका किडनी निभाती है। किडनी हमारे खून को साफ कर...